Rajasthan Weather Alerts: राजस्थान के पूर्वी व पश्चिमी हिस्सों में 15 अगस्त से बारिश का सिलसिला एक बार फिर जारी होने वाला है भारतीय मौसम विज्ञान केंद्रीय जयपुर के अनुसार अगले एक सप्ताह तक प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाएं सक्रिय होने से पूर्वी राजस्थान में एक बार फिर अतिवृष्टि की संभावना है तो वहीं पश्चिमी राजस्थान में भी 16 अगस्त से बारिश का दौर शुरू होगा।
हालांकि पश्चिमी राजस्थान में मानसून के शुरुआती समय में एक बार बारिश हुई थी उसके बाद इंद्रदेव रूठ गए, मौसम विभाग का मानना है कि 16 अगस्त से प्रदेश की पश्चिमी जिलों में भारी से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
15 जिलों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने प्रदेश के 15 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है जिनमें से कुछ जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है जिसमें अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, धौलपुर, डूंगरपुर, झालावाड़, बाँरा, करौली, प्रतापगढ़, कोटा, सवाई माधोपुर और टोंक जिले में मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ अति भारी बारिश की संभावना है
तो वहीं प्रदेश के पश्चिम जिलों में जोधपुर, पाली, बाड़मेर, जालौर सहित कई इलाकों में भारी से मध्यम बारिश होने का अनुमान है
पश्चिमी राजस्थान से रूठा मानसून
राजस्थान के पूर्वी भाग में अतिवृष्टि और बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हुआ है तो वहीं प्रदेश के पश्चिमी भाग में सूखे की स्थिति के कारण किसान परेशान है , इस क्षेत्र में पिछले एक माह से बारिश न होने से लगातार तापमान में बढ़ोतरी के कारण किसानों की फसले बर्बाद हो रही है , ऐसे में अगर 16 अगस्त से प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में बारिश शुरू होती है तो उससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
प्रदेश में एक सप्ताह से मानसून न के बराबर
वर्तमान समय में पिछले एक सप्ताह से राजस्थान में मानसून न के बराबर है लेकिन मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 15 अगस्त से मानसून रफ्तार पकड़ने वाला है जिसके कारण कई संभागों में अतिवृष्टि हो सकती हैं और प्रदेश के सभी जिलों में बारिश होने के आसार हैं यह मानसून 15 अगस्त की शाम से शुरू होकर 21 अगस्त तक लगातार कई हिस्सों में अच्छी बारिश करेगा
मौजूदा समय में मानसून की ट्रफ लाइन फिरोजपुर, चंडीगढ़ होते हुए हिमाचल, उत्तराखंड से होकर गुजर रही है इसके कारण बरसात कम हो रही है वहीं पश्चिमी राजस्थान में पाकिस्तान से आने वाली गर्म हवाएं भी मानसून को प्रभावित कर रही है